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"मुस्कान" तुम मुस्कान बिखेरो कुछ ऐसी रोते को भी हंसी आ जाए दो पल में गम वो बिसराए जीने को आतुर हो जाए...!! तुम मुस्कान बिखरो कुछ ऐसी.... पल भर ...